मनुज मेहनत का, गीत गाए यहॉं आलसी बैठकर, कुछ न पाए यहाॅं।। मनुज मेहनत का, गीत गाए यहॉं आलसी बैठकर, कुछ न पाए यहाॅं।।
श्राद्ध बिना भी तर जाएं कर जाएं ऐसे काम। श्राद्ध बिना भी तर जाएं कर जाएं ऐसे काम।
पानी से ही कल होगा, मगर पानी नहीं तो कल भी नहीं। पानी से ही कल होगा, मगर पानी नहीं तो कल भी नहीं।
दृढ़ संकल्प, कौशल, जुनून, अनुशासन और भाग्य। दृढ़ संकल्प, कौशल, जुनून, अनुशासन और भाग्य।
जब कहा जाए कि, 'मुझे आपकी ज़रूरत है!' फिर कौन से शब्दों की ज़रूरत है? जब कहा जाए कि, 'मुझे आपकी ज़रूरत है!' फिर कौन से शब्दों की ज़रूरत है?
तबस्सुम को ना कभी शिकायत काटों की ज़रूरी नहीं हर खत को लिफाफों की, हर रात रोशन आसमा तबस्सुम को ना कभी शिकायत काटों की ज़रूरी नहीं हर खत को लिफाफों की, हर ...